Kolkata Metro: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के दौरान देश की बुनियादी ढांचा प्रणाली में समग्र सुधार ध्यान देने योग्य है। रेल सेवाओं से लेकर महानगरों तक, हवाई जहाजों से लेकर सड़कों तक, सब कुछ बिजली की गति से बनाया गया है। उस लिस्ट में तिलोत्तमा शहर की कोलकाता मेट्रो (Kolkata Metro) का नाम भी शामिल है। कोलकाता (Kolkata) शहर का तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है। आनंद नगर में बिलेटी मेट्रो की शैली में बेहद आधुनिक मेट्रो रेक चलेगी।
सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता की मेट्रो सेवा में बहुत तेजी से बदलाव होने जा रहा है। बंगाली लोगों को पहले से ही कोलकाता मेट्रो पर गर्व है। सबसे प्राचीन मेट्रो का गौरव बताया जाता है। और अब उस मेट्रो लाइन को बदलने का काम जोरों से चल रहा है। सुनने में आया है कि पहली नजर में यह समझ ही नहीं आएगा कि यह वाकई भारतीय मेट्रो है या विदेश के किसी विकसित शहर की मेट्रो रेल।
बहुत से लोग जानते हैं कि पूरे कोलकाता शहर में नए मेट्रो स्टेशन बनाए जा रहे हैं। और इनमें से प्रत्येक स्टेशन में आधुनिक प्रबंधन है। पुराने नॉन एसी रेक पहले ही सौंपे जा चुके हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए सभी ट्रेनों में एसी की व्यवस्था की गई है। यानी मेट्रो की जो भी नई रेक आएंगी उनमें फुल एसी होगा।
Kolkata Metro:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तिलोत्तमा सिटी बहुत जल्द कुल 85 नई मेट्रो रेक आयात करने जा रही है। यानी कुल संख्या बढ़कर 131 हो जाएगी। और भारतीय रेलवे ने कोलकाता मेट्रो के इस आधुनिकीकरण के लिए लगभग 6 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। पैसों की रकम से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये प्रोजेक्ट कितना बड़ा होने वाला है। मालूम हो कि कोलकाता की मेट्रो को कुछ इस तरह से बनाया जाएगा, जैसा दिखेगा।
मालूम हो कि रेलवे अधिकारी आधुनिकता के साथ-साथ संस्कृति का भी पूरा ख्याल रखने जा रहे हैं। कमरे के अंदर बंगाल की संस्कृति को प्रस्तुत किया जाएगा, कमरे पर ऋषि-मुनियों की विभिन्न बातें लिखी जाएंगी। टेराकोटा कार्य के नमूने एक विशेष स्थान पर रखे जायेंगे। रेल मंत्रालय रेक हैंडल से लेकर खड़ी सीटों जैसे कई पहलुओं में बदलाव लाने की योजना बना रहा है।
इनके अलावा संबंधित अधिकारी इस बात पर भी विशेष ध्यान देंगे कि यात्रियों के पैर मेट्रो के फर्श पर न फिसलें। सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूरे मेट्रो क्षेत्र को सीसीटीवी से कवर किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर यात्री सीधे मोटर मैन से बात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय रेलवे नई मेट्रो का लुक बुलेट ट्रेन की तर्ज पर बनाएगी।
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