Alien Mexico: वैज्ञानिक वर्षों से एलियंस (Alien) के अस्तित्व पर शोध कर रहे हैं। इसके अलावा, दुनिया भर में कई लोग एलियंस और UFO (Unidentified Flying Object) देखने का दावा करते हैं। हालाँकि, उन सभी पर कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला है। हालाँकि, इसी संदर्भ में मेक्सिको (Mexico) ने ऐसा दावा किया है, जिससे दुनिया भर में हलचल मच गई है। इतना ही नहीं, पहली बार वैज्ञानिकों ने एलियंस के “शवों” को सामने लाया है।
पिछले मंगलवार को मैक्सिकन संसद में दो एलियंस के शव प्रदर्शित किए गए थे। दावा किया जा रहा है कि ये दोनों एलियन लाशें 1,000 साल से ज्यादा पुरानी हैं। हालाँकि, ऐसे सनसनीखेज दावों ने दुनिया में एलियंस की मौजूदगी को लेकर एक नई बहस शुरू कर दी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि पेरू के कुस्को में एलियंस के शव बरामद हुए हैं। ऐसे में मैक्सिकन संसद में एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिकों ने इन दोनों एलियंस के शवों को पूरी दुनिया के सामने पेश किया।
Alien Mexico:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैक्सिकन संसद में दो जानवरों के अवशेष पेश किए गए हैं, जिन्हें सीधे तौर पर एलियंस की लाशें कहा जा सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि ये दोनों शव 2017 में पेरू के कुस्को से बरामद किए गए थे। ये शव करीब 700 साल से लेकर 1800 साल पुराने हैं। दोनों एलियंस की तीन उंगलियां और लंबे सिर थे।
मैक्सिकन यूफोलॉजिस्ट जैमे मावसन ने अवशेषों को एलियंस के अवशेष कहा। जैमे मावसन दशकों से इस तरह की चीज़ पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा एलियंस पर उनके शोध का समय भी काफी लंबा है। मैक्सिकन संसद में एलियंस को पेश किए जाने का वीडियो पहले ही वायरल हो चुका है। वहां देखा गया कि दो बक्सों में दो शव रखे हुए थे। साथ ही, जैसा कि बताया गया है, ये लाशें इंसानों से अलग हैं।
Scientists unveiling two alleged alien corpses took place in Mexico, which are retrieved from Cusco, Peru. pic.twitter.com/rjfz9IMf37
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) September 13, 2023
उस समय मैक्सिकन संसद में अमेरिका के सेफ एयरोस्पेस के कार्यकारी निदेशक और सेवानिवृत्त अमेरिकी नौसेना पायलट रोचन ग्रेव्स भी मौजूद थे। उन्होंने पूरी चीज़ को “अद्भुत” बताया। साथ ही वैज्ञानिकों का दावा है कि ये शव UFO के मलबे से बरामद किए गए हैं।
उनके दावे के मुताबिक, पेरू के कुस्को में एक UFO दुर्घटनाग्रस्त हो गया। परिणामस्वरूप, विदेशी शव सदियों तक मलबे में दबे रहे और बाद में जीवाश्म में बदल गए। बरामदगी के बाद इन्हें लकड़ी के बक्सों में रखा गया है। इसके अलावा, वैज्ञानिकों ने रेडियोकार्बन डेटिंग का उपयोग करके शवों से डीएनए साक्ष्य का विश्लेषण किया। जहां के शव एक हजार साल से भी ज्यादा पुराने बताए जाते हैं।